वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Secrets



शादीशुदा जीवन में सामंजस्य बनाए रखने के लिए।

पति-पत्नी के बीच प्रेम और सामंजस्य बढ़ाने के लिए वशीकरण मंत्रों का उपयोग प्राचीन परंपराओं में सुझाया गया है। ये मंत्र सकारात्मक ऊर्जा और आपसी समझ बढ़ाने के लिए होते हैं।

महा मोहिनी वशीकरण टोटका उन उपाय में से एक है जिनमे हम कामदेव की साधना करते है.

शैतान को राक्षसों और असुरों की बुरी शक्तियों के रूप में चित्रित किया जाता है। जो विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों में अलग-अलग रूपों में पाई जाती है। इस्लाम में शैतान को इब्लीस या शैतान कहा जाता है। यह एक जिन्न है जिसने अल्लाह के आदेश का पालन करने से इनकार कर दिया था।

ॐ नमो आदेश गुरु का। कामरु देश कामाख्या देवी। जहाँ बसे इस्माईल जोगी ने दीन्हीं लौंग। एक लौंग राती माती। दूजी लौंग दिखावे राती। तीजी लौंग रहे ठहराया। चौथी लौंग भिलावे आया नहीं आवे तो कुआं बावड़ी घाट फिरे। रंडी कुआं बावड़ी पर छिटक मरे। ॐ नमो आदेश गुरु का। मेरी भक्ति गुरु की शक्ति। फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।

इसके लिए आपको ऊपर दिए गए मंत्र का प्रयोग निम्न तरह से करना है.

वशीकरण यंत्र उन लोगो के लिए है जो खुद को पूरी तरह एकाग्र नहीं कर पाते है.

खाने की कुछ चीजे चाहे वो पान हो, इलायची हो या फिर लौंग इनमे आकर्षण का काम कर साध्य को दिया जाता था जिसके प्रभाव से धीरे धीरे सामने वाला दिमाग उसके कण्ट्रोल से बाहर होने लगता था.

विधिः एक छोटी इलायची पर इस मन्त्र का दल माला जप करें और इस अभिमन्त्रित इलायची को अभीष्ट स्त्री को खिला दें। इससे उसका वशीकरण हो जाएगा। फिर वह आपकी हरेक बात मानने को बाध्य होगी। मन्त्र में अमुकी की जगह उस स्त्री का नाम बोलना आवश्यक है।

वशीकरण मंत्र का उपयोग करने के लिए कई तरीके हैं। यहां कुछ प्रमुख तरीके दिए गए हैं:

ॐ जल की योगिनी पालै कलका नामा। जिस पै भेजूं तिस पै लाग। सोते सुख ना बैठे सुख। फिर फिर देखो हमारा मुख। मेरी बांधी जो छूटे। तो बाबा नाहर सिंह की जटा टूटे।

वशीकरण का नैतिक उपयोग इस पर निर्भर करता है कि इसे किस उद्देश्य से किया जा रहा है। जब इसका उपयोग रिश्तों को सुधारने, सकारात्मक बदलाव लाने, और जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, तो यह फायदेमंद साबित होता है। लेकिन गलत इरादों से इसका उपयोग हानिकारक हो सकता है और इसे पारंपरिक शास्त्रों में निषेध किया गया है।

इस पुस्तक में आठ सिद्धियां दी गई हैं जिनको कि विधिपूर्वक करने से मनुष्य more info अवश्य सफल होता है। वह सिद्धियां इस प्रकार हैं। (१) वशीकरण विद्या (२) आकर्षण विद्या (३) अष्टसिद्धि (४) कायाकल्प विद्या (५) यक्षणी साधन (६) भूत विद्या (७) ओझा विद्या (८) यन्त्र, मन्त्र और तन्त्र विद्या । वह विद्या ऐसी हैं यदि विधिपूर्वक की जायं तो पूरा २ अब भी असर करती हैं। लेकिन सिद्धि कार्य कर्त्ता पर निर्भर है।

परिणाम व्यक्ति और स्थिति के अनुसार अलग-अलग होते हैं।

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